Wednesday, 26 April 2017

My editing

खता उनकी भी नही है वह भी क्या करती

उनके भी हजारो चाहने वाले थे

वो भी किस किस से वफ़ा करती









































Tuesday, 25 April 2017

Cb edit background


 बेशक ताश के पत्तों में लाखों गवा दिये, पर रुतबा आज भी ईतना है कि, बेगम आज भी हमारे ईशारो पे चाल चलती है !